दस भवनपति, पन्द्रह परमाधामी ( परमाधार्मिक), सोलह वाणव्यंतर, दस त्रिजृम्भक, दस ज्योतिषी, तीन किल्विषी, बारह देवलोक, नव लोकांतिक, नव ग्रैवेयक और पाँच अनुत्तर विमान - ये देवता के 99 भेद हैं, ये 99 पर्याप्त और 99 अपर्याप्त, इस प्रकार देवता के कुल 198 भेद हुए।